Friday, November 14, 2014

डर

डर 

डर से बैठा हूँ डर के 
कब से बैठा हूँ डर के 

डर डर के सोचे है मन 
क्या क्या ना सोचे है मन 

ख़ौफ़ है इतना डर का 
ख़तरा नज़र नज़र का 

डर: नुक्कड़ के अँधेरे में 
डर: दिल के बसेरे में 

डर इतना के खुल के डर ना पाऊँ 
डर इतना के राह पे चल ना पाऊँ 

डर का डर मारे है मुझे 
घर बेघर बिखारे है मुझे 

डर से बैठा हूँ डर के 
कब से बैठा हूँ डर के 


1999



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