पुकार
दूर किनारे
डूबे तारे
कहाँ गए रे
ढूंढें सारे
फूल कुंवारें
ओंस सवारें
ख्याल तुम्हारे
मन निहारें
ओ दिलदारे
आजा द्वारे
चौखट मेरे
दीप जला रे
आँसूं खारे
बहते जा रें
इनका कहा रे
सुनता जा रे
"मेरे प्यारे
राज दुलारे"
दुःख हमारे
यूँ पुकारें
हर चौबारे
दिन त्योहारे
गीत हमारे
घर घर जा रे
यह बंजारे
माँगें क्या रे?
पता तेरा रे
मिलता ना रे
दूर किनारे
डूबे तारे
4/8/2001
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